दलित बस्ती की बदहाल सड़क पर पूर्व विधायक ने दिखाई तत्परता, वर्तमान विधायक पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा

सड़क निर्माण कार्य शुरू होते ही झूम उठे ग्रामीण, पूर्व विधायक राकेश सिंह की पहल लाई रंग
खीरों (रायबरेली)।
हरचंदपुर विधानसभा के पूर्व विधायक राकेश सिंह ने एक बार फिर जनसेवा का उदाहरण पेश करते हुए जनता के दिल में जगह बना ली है। 30 जून की रात एक व्यापारी की हत्या के बाद पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचे राकेश सिंह ने परिजनों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री से मिलकर पीड़ित परिवार की सभी मांगों को शासन तक पहुंचाएंगे।
इसी क्रम में उनका काफिला खीरों ब्लॉक क्षेत्र के बेहटा सातनपुर गांव पहुंचा, जहां दलित बस्ती की जर्जर सड़क देख वे खुद भी सोच में पड़ गए। उन्होंने कहा, “जब मुझे एक दिन निकलने में इतनी परेशानी हो रही है, तो ग्रामीण रोजाना कैसे गुजरते होंगे।”
पूर्व विधायक ने मौके पर ही अधिकारियों से संपर्क कर अगले दिन से सड़क निर्माण कार्य शुरू करा दिया। यह खबर फैलते ही गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने बताया कि राकेश सिंह जब विधायक थे, तब उन्होंने क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य कराए थे। सड़कों का जाल बिछा दिया था, जिससे लोग उन्हें ‘विकास पुरुष’ कहने लगे थे।
वहीं ग्रामीणों ने वर्तमान विधायक राहुल लोधी पर गंभीर आरोप लगाए। ग्रामीणों का कहना है कि विधायक बनने के बाद राहुल लोधी क्षेत्र में केवल फोटो खिंचवाने और गेट लगवाने तक ही सीमित रह गए हैं। जनता की समस्याओं से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। ग्रामीणों ने कहा, “विधायक जी केवल किसी बड़ी घटना का इंतजार करते हैं, और जब कोई घटना घटती है, तो उसी पर राजनीति करने के लिए क्षेत्र में नजर आते हैं। विकास कार्यों से उनका कोई वास्ता नहीं है।”
ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि राहुल लोधी अपने कार्यकाल में अब तक कोई ठोस विकास कार्य नहीं करवा सके हैं, जबकि पूर्व विधायक राकेश सिंह आज भी बिना पद के जनसमस्याओं को प्राथमिकता दे रहे हैं।
जब पूर्व विधायक राकेश सिंह से विकास योजनाओं को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,
“मैंने संकल्प लिया है कि पूरे सावन मास में अपनी विधानसभा का भ्रमण करूंगा। जहां भी समस्या मिलेगी, उसका तत्काल समाधान कराया जाएगा। मुझे जनता की समस्या अपनी लगती है। मैं चाहूंगा कि जनता एक बार फिर सोच-विचार करे और खुद तय करे कि सही कौन है और गलत कौन।”
पूर्व विधायक की सक्रियता और संवेदनशीलता को देखते हुए क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता एक बार फिर बढ़ती दिखाई दे रही है। वहीं, वर्तमान नेतृत्व पर लोगों का भरोसा लगातार डगमगा रहा है।